Saturday, August 25, 2012

nakoda bhairav








जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है ..(2) 

        मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...(2)
जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है ...(2)


मेरी न्या चलती है ,बतवर नहीं चलती ,

       किसी और की अब मुजको ,डरकर नहीं होती ,
      में डरता नहीं जग से जब दादा साथ में है ...(2)
      मेरे दुःख के दिनों में वोह बड़े काम आते है ...(2)



जो याद करें उनको , दुःख हल्का हो जाये 

        जो भक्ति करे उनकी , वे उनके हो जाये ,
  ये बिन बोले कुछ भी ,पहचान जाते है ..(2)
 मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...(2)



ये इतने बड़े होकर सेवक से प्यार करे

 अपने भक्तो के दुःख को प्रभु पलभर में दूर करे 
 सब भक्तो का कहना ,प्रभु मान जाते है ..(2)
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...(2)



मेरे मन के मंदिर में दादा का वास रहे ,को पास रहे या न रहे , दादा मेरे पास रहे ,मेरे व्याकुल मन को ये जान जाते है ..(2)मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ...(2)जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है ...(2)मेरे दुःख के दिनों में वोह बड़े काम आते है ..(2)


No comments:

Post a Comment